मुजतबा हैदर रिजवी/न्यूज़11 भारत
जमशेदपुर/डेस्क: बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र लोकसभा जाने का गेटवे बन गया है. सांसद विद्युत वरण महतो जमशेदपुर का सांसद बनने से पहले बहरागोड़ा के विधायक थे. बाद में उन्हें भाजपा ने लोकसभा का टिकट दिया और जमशेदपुर संसदीय सीट से जीत कर विद्युत वरण महतो सांसद बने थे. समीर मोहंती भी बहरागोड़ा से झामुमो के विधायक है. उनको भी पार्टी ने लोकसभा का टिकट दिया है. जहां भाजपा से लोकसभा का टिकट प्राप्त करने के बाद वह सांसद विद्युत वरण महतो से चुनावी जोर आजमाइश में लगे हुए है. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि समीर मोहंती को लोकसभा का टिकट मिलना भले ही इत्तेफाक माना जा रहा हो. लेकिन, धरातल पर ऐसा नहीं है.
झामुमो पहले से ही मन बनाए हुई थी कि किसी विधायक को ही चुनाव लड़ाया जाएगा. क्योंकि विधायक का अपना एक वोट बैंक है और समीर मोहंती को बहरागोड़ा में एक लाख से अधिक वोट मिले थे. कोल्हान के विधायकों में समीर मोहंती ही एक ऐसे विधायक है जिन्होंने 50 हजार से अधिक वोट से जीत हासिल की थी. इसलिए उनकी राजनीतिक जमीन पर काफी मजबूत मानी जा रही है. सांसद विद्युत वरण महतो की राजनीतिक पकड़ किसी से कम नहीं है. इसलिए अब इस बात की चर्चा चल रही है कि बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र लोकसभा जाने का रास्ता बन गया है.
प्रचार प्रसार में जुट गए हैं दोनों प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार
भाजपा के उम्मीदवार सांसद विद्युत वरण महतो और झामुमो के उम्मीदवार विधायक समीर मोहंती प्रचार प्रसार में जोर-शोर से जुट गए है. इन दोनों उम्मीदवारों ने जमशेदपुर में सिख समुदाय के बीच अपनी पैठ बनाने की कोशिश की है. समीर मोहंती साकची गुरुद्वारा के साथ ही सोनारी गुरुद्वारा भी पहुंचे. इसी तरह सांसद विद्युत वरण महतो भी साकची गुरुद्वारा पहुंचे और कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इसके अलावा, ग्रामीण इलाके में भी इन दोनों उम्मीदवारों की दौड़ भाग लगी हुई है.