प्रशांत शर्मा/न्यूज11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है. इस मामले में बिहार सरकार के एक उप सचिव स्तर के अधिकारी का वाहन भी हजारीबाग में मौका ए वारदात से पुलिस ने बरामद किया है. जब्त वाहन में लगे बोर्ड के अनुसार यह गाड़ी बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग के उप सचिव की है. अब यह जांच का विषय है की गाड़ी में असली बोर्ड लगा था या नकली. वाहन में बिहार सरकार के उप सचिव का बोर्ड लगा हुआ था. बिहार पुलिस के आर्थिक अपराध इकाई की टीम इस वाहन को भी अपने कब्जे में लेकर पटना रवाना हो गई.
कारवाई से जुड़े सूत्रों ने यह सनसनीखेज खुलासा किया है. मालूम हो की बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने हजारीबाग में कारवाई के दौरान कुल पांच लोगो को गिरफ्तार कर अपने साथ पटना ले गई है. इन्हे प्रश्न पत्र साल्वर गैंग का सदस्य बताया जा रहा है. जब्त स्कार्पियो जो बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग के उप सचिव की बताई जा रही है. गाड़ी का नंबर बीआर 01 पीइ 9091 है. इसी वाहन पर उप सचिव, स्वास्थ्य विभाग,बिहार सरकार का बोर्ड लगा है. यह वाहन होटल कोहिनूर के कैंपस से प्रश्न पत्र सॉल्वर गैंग के पास से मिली थी
प्रत्येक छात्र से वसूले गए थे 10 से 15 लाख रुपए
जांच से जुड़े सूत्रों के अनुसार प्रश्न पत्र सॉल्वर गैंग के सदस्यों ने प्रति छात्र दस से पंद्रह लाख रुपए की वसूली की थी. अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र लीक कर उन्हे प्रोजेक्टर के माध्यम से उत्तर याद कराया जा रहा था. सूत्र बताते हैं की प्रश्न पत्र सभी छात्रों को पहले ही उपलब्ध कराया गया था। कारवाई के दौरान सभी छात्रों के पास से प्रश्न पत्र की फोटो कापी भी बरामद किया गया है. सूत्र बताते हैं की सभी छात्रों को बारह मार्च को ही हजारीबाग बुला लिया गया था. दो दिन से उन्हें प्रोजेक्टर से उत्तर याद कराया जा रहा था. बिहार पुलिस की सूचना पर जब हजारीबाग पुलिस मौके पर होटल में छापेमारी करने पहुंची उस समय भी होटल में अभयर्थी प्रोजेक्टर से उत्तर याद कर रहे थे.