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रांची/डेस्कः बीजेपी छोड़ कांग्रेस का दामन थाम चुके जेपी भाई पटेल को पार्टी की तरफ से हजारीबाग लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है. प्रत्याशी बनाए जाने के बाद वे चुनाव के प्रचार-प्रसार में जुट गए है. इस बीच उनके लिए एक बुरी खबर सामने आई है दरअसल, दलबदल मामले में वे फंसते हुए नजर आ रहे है. उनके खिलाफ 10वीं अनुसूची (दल-बदल) के तहत झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो के ट्रिब्यूनल में केस दर्ज किया गया है. नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी के आवेदन के आधार पर उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है. वहीं जेपी भाई पटेल और अमर बाउरी को स्पीकर ट्रिब्लूनल ने नोटिस भेजा है. इस नोटिस के तहत दोनों को अपने-अपने वकीलों के जरिए 2 मई 2024 तक अपना पक्ष रखना होगा. वहीं दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद ट्रिब्लूनल में इस मामले में सुनवाई शुरू होगी.
इस्तीफा नहीं देने के पीछे जेपी के अंदर का स्वार्थ- नेता प्रतिपक्ष
वहीं जेपी भाई पटेल पर दलबदल का मामला दर्ज होने पर बयान जारी करते हुए नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा है कि इस्तीफा नहीं देने के पीछे जेपी भाई के अंदर का स्वार्थ. नैतिकता के आधार पर जेपी भाई पटेल को इस्तीफा दे देना चाहिए था. हजारीबाग से जेपी भाई पटेल नहीं जीतने जा रहे है. इसलिए वे झारखंड विधानसभा की सदस्यता बरकरार रखना चाहते हैं. उन्होंने स्पीकर से आग्रह करते हुए कहा है कि इस मामले में जल्द प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए.
कांग्रेस ने हजारीबाग लोस से बनाया है अपना उम्मीदवार
आपको बता दें, मांडू विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी की टिकट पर जेपी भाई पटेल विधायक बने थे और उन्होंने हाल ही में बीजेपी का दामन छोड़ कांग्रेस का हाथ थाम लिया था लोकसभा चुनाव के तरीखों की घोषणा के बाद कांग्रेस ने जेपी भाई को हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार घोषित किया है. कांग्रेस पार्टी का दामन थामने से ठीक पहले बीजेपी ने उन्हें झारखंड विधानसभा में विपक्ष का सचेतक बनाया था. हालांकि कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बाद नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने विधानसभा स्पीकर रवींद्र नाथ महतो को सचेतक पद से हटाने का अनुरोध किया था. जिसके बाद बुधवार को सचेतक पद से हटाने की अधिसूचना जारी कर दी गई है.
कई नेताओं पर भी ट्रिब्यूनल में चल रहा दलबदल का केस
जानकारी के लिए आपको बता दें, मांडू विधानसभा क्षेत्र से विधायक जेपी भाई पटेल झारखंड विधानसभा में ऐसे 7वें विधायक है जिनपर दलबदल का मामला दर्ज किया गया है. इससे पहले राज्य के प्रथम और पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में BJP प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, पूर्व शिक्षा मंत्री बंधु तिर्की, विधायक प्रदीप यादव, राजेश कच्छप, डॉ. इरफान अंसारी और कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी के विरूद्ध स्पीकर ट्रिब्यूनल में दलबदल का केस चल रहा है.
आपको बता दें, हाल ही में जेएमएम नेता और जामा विधानसभा क्षेत्र से विधायक सीता सोरेन ने भी पार्टी का दामन छोड़ बीजेपी की सदस्यता ले ली है. हालांकि इससे पहले उन्होंने झारखंड विधानभा को ई-मेल के जरिए अपना त्याग पत्र भेजा था. वहीं विधानसभा सचिवाल में अब उन्हें इस्तीफे की मूल प्रति उपलब्ध कराने को कहा गया है.