न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन के अंतिम समय में कांग्रेस ने अपने पत्ते खोल दिए है. कांग्रेस ने अमेठी और रायबरेली सीट के लिए अपने दो प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी है. आपको बता दें, कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी अबतक अमेठी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते आ रहे थे लेकिन इस बार पार्टी ने उनकी सीट बदल दी है. कांग्रेस द्वारा जारी लिस्ट के अनुसार, अमेठी लोकसभा सीट से पार्टी ने केएल शर्मा (किशोरी लाल शर्मा) को पहली बार चुनावी मैदान में उतारा है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, केएल शर्मी सोनिया गांधी की करीबी माने जाते है. इसके साथ ही वे रायबरेली में सांसद प्रतिनिधि के रुप में अबतक अपनी जिम्मेवारी निभाते आ रहे हैं. वहीं अमेठी सीट से अब कांग्रेस ने उन्हें चुनावी मैदान में उतारा है. जानकारी के लिए बता दें, देश में 7 चरणों के इस आम चुनाव के 5वें चरण में 20 मई को इन दोनों सीट यानी अमेठी और रायबरेली में वोटिंग होगी. ये दोनों सीट परंपरागत रुप से गांधी-नेहरू परिवार के सदस्यों के पास ही रही है अब पहली बार अमेठी लोकसभा सीट से पार्टी ने गैर गांधी परिवार से अपना उम्मीदवार घोषित किया है.
इस लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे राहुल गांधी
अमेठी की लोकसभा सीट में बदलाव करते हुए पार्टी ने जहां किशोरी लाल शर्मा को इस सीट के लिए अपना प्रत्याशी घोषित किया है वहीं रायबरेली सीट से पार्टी ने राहुल गांधी को लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित किया है. रायबरेली सीट से नामांकन के लिए पार्टी की तरफ से तैयारियां भी पूरी कर ली गई है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे नामांकन प्रक्रिया में शामिल होने के लिए रायबरेली जा रहे है. वे साढ़े 10 बजे रायबरेली पहुंच जाएंगे.
अमेठी में स्मृति ईरानी को बीजेपी ने फिर से दिया टिकट
बता दें, अमेठी लोकसभा सीट से बीजेपी ने इस बार फिर से स्मृति ईरानी को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं रायबरेली से इस बार फिर से बीजेपी ने दिनेश प्रताप पर अपना भरोसा जताया है और उन्हें दूसरी बार फिर से चुनावी दंगल में उतारा है. इस सीट से 2019 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. पिछली बार साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने सोनिया गांधी ने भारी मतो से जीत हासिल की थी. वहीं बात करें अमेठी सीट की तो साल 2014 और 2019 में इस सीट पर राहुल गांधी और स्मृति ईरानी के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली थी. साल 2014 में राहुल गांधी ने इस सीट से जीत दर्ज की थी लेकिन साल 2019 में बड़ा उलटफेर हुआ. स्मृति ईरानी ने पहली बार इस सीट से जीत हासिल की थी. मगर इस बार कांग्रेस ने इस सीट के लिए एक नया दांव खेला है. केएल शर्मा जो कि करीबी है उन्हें इस सीट से टिकट देकर पार्टी ने सबको चौंका दिया है.
केरल के वायनाड से भी राहुल गांधी लड़ रहे चुनाव
अमेठी लोकसभा सीट से राहुल गांधी ने साल 2004 में पहली बार चुनाव जीता था. और इसके बाद वे लगातार 2019 तक इस सीट से संसद के सदस्य बने रहे. बात करें वर्तमान की तो राहुल गांधी केरल के वायनाड लोकसभा सीट से लोकसभा सदस्य है और इस बार उन्होंने वायनाड से भी चुनाव लड़ा है. इस सीट पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को चुनाव हो गई है. हालांकि यूपी की ओर रुख करें तो यहां पर कांग्रेस ने राहुल गांधी की अमेठी सीट को बदलकर उन्हें गांधी परिवार की परंपरागत सीट रायबरेली से उम्मीदवार घोषित किया है.
कांग्रेस के लिए रायबरेली सीट अहम क्यों
बता दें, पिछले बार साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस यूपी की एक सीट रायबरेली ही जीत सकी थी. और जीत के बाद सोनिया गांधी इस सीट से संसद पहुंची थी वहीं इस बार लोकसभा चुनाव से पहले सोनिया गांधी राजस्थान से राज्यसभा पहुंच चुकी है. हालांकि साल 2019 में सोनिया गांधी ने इस बात की घोषणा कर दी थी यह उनकी आखिरी लोकसभा चुनाव होगा. साल 1999 में कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने अमेठी लोकसभा सीट से पहली बार चुनाव लड़ा था जिसमें जीत हासिल की थी. इसके बात साल 2004 में वे रायबरेली से पहली बार चुनावी दंगल में उतरी और यहां भी उन्होंने जीत हासिल की. अबतक कुल 5 बार सोनिया गांधी लोकसभा सदस्य चुनी गई.