रांची/डेस्क:-लोगों के दिलों में आज भी कोरोना बीमारी की यादें ताजे हैं. इस अतिमारी ने न जाने कितने घरों को उजाड़ दिया और कितने हंसते-खेलते परिवारों को तबाह कर दिया था. 2.5 साल से ज्यादा समय तक पूरी दुनिया में तबाही मचाने के बाद लग रहा था कि कोरोना बीमारी से मुक्ति मिल गयी है. पर ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है.
हाल ही में आयी मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि कोरोना के वायरस ने एक बार फिर से म्यूटेशन करके एक नया सेट तैयार कर लिया है. मिली जानकारी के अनुसार कोरोना के इस नये म्यूटेशन से उत्पन्न वेरिएंट को 'FLiRT' (फ्लिर्ट) का नाम दिया गया है. अध्ययन में यह बात सामने आयी है कि ओमिक्रॉन फैमिली से संबंधित कोरोना का नया वेरिएंट JN.1 का ही एक नया वेरिएंट है, जिसके बारे में कहा जाता है कि वह बड़ी तेजी से फैलता है. बताया जाता है कि कोरोना का नया वेरिएंट 'FLiRT' अमेरिका में तेजी से अपने पांव पसार रहा है.
कोविड 19 के KP.2 और KP 1.1 वेरिएंट को ओमिक्रॉन के मुकाबले अधिक संक्रामक माना जाता था. हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि इन सभी वेरिएंट के लक्षण लगभग एक समान ही हैं. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि कोरोना के KP.2 वैरिएंट ने ही JN.1 वैरिएंट पर कब्जा कर संक्रमण फैलना शुरू किया था. लेकिन उस समय भी अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या में काफी कमी थी. अब अमेरिका में कोरोना का नया वेरिएंट 'FLiRT' फैल रहा है, लेकिन अभी तक इसका संक्रमण KP.2 की तुलना में कम फैला है.
मीडिया को दिये अपने बयान में श्री गंगा राम अस्पताल, दिल्ली के मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ कंसल्टेंट डॉ. एम. वली ने बताया कि पिछले 2 हफ्तों के दौरान अमेरिका में कोरोना संक्रमण के मामलों में थोड़ी वृद्धि नजर आयी है. इससे लोगों में एक डर बैठ गया है कि गर्मियों के दौरान कहीं संक्रमण तेजी से न फैलने लग जाए. 'FLiRT' के लिए बने KP.2 और KP 1.1 की पहचान एक नये वैरिएंट के रूप में की गयी है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शोधकर्ताओं को संदेह है कि कोरोना का यह वेरिएंट वैक्सीन से बचकर रोग-प्रतिरोधक क्षमता से भी बच निकलेगा.
क्या है नये वेरिएंट के लक्षण?
कोरोना के नये वैरिएंट 'FLiRT' पिछले साल दिसंबर में आए वेरिएंट JN. 1 से ही बना है. यह वेरिएंट JN. 1 से कुछ म्यूटेशन होने के बाद तैयार हुआ है. हालांकि कोरोना के अब तक आए बाकी सभी वेरिएंट से इसके लक्षण में ज्यादा फर्क नहीं है. नये वैरिएंट में भी बुखार जैसे लक्षण, खांसी, बदन दर्द, कुछ मामलों में अपच की समस्या आदि ही नजर आ रही है.
हालांकि सिर्फ लक्षणों के आधार पर ही यह तय करना बेहद मुश्किल काम है कि आप कोरोना के नये वैरिएंट से संक्रमित हैं अथवा नहीं. इसके लिए जांच की जरूरत को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. डॉक्टरों का मानना है कि FLiRT का KP.2 वैरिएंट ही अमेरिका में सबसे अधिक व तेजी से फैल रहा है. बताया जाता है कि अप्रैल में अमेरिका में कोरोना संक्रमण के जितने भी मामले सामने आए थे, उनमें से 25% हिस्सा FLiRT के KP.2 वेरिएंट का ही था.
ऐसा लग रहा है कि FLiRT वैरिएंट, विशेष रूप से KP.2, में पिछले ओमिक्रॉन उकी तुलना में संक्रामक क्षमता अधिक है. दावा तो यह भी किया जा रहा है कि यह वेरिएंट पहले वाले सभी वेरिएंट से संक्रमण और वैक्सीन से बच निकलने की क्षमता भी रखता है. हालांकि इस बारे में अभी भी अध्ययन किया जा रहा है. FLiRT संक्रमण से जुड़े लक्षण अन्य वैरिएंट के जैसे ही हैं, जिनमें गले में खराश, खांसी, थकान, नाक बंद होना, नाक बहना, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, बुखार और स्वाद या गंध की संभावित हानि आदि शामिल है.