न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः रांची उपायुक्त से मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात की इस दौरान उन्होंने उन्हें अवगत कराया कि कचनार टोली स्थित ईदगाह कि भूमि को एमके राय द्वारा सेना की भूमि बताते हुए बिना कोई साक्ष्य और भूमि से सम्बंधित कागजात उपलब्ध कराये बगैर सिर्फ सादे कागज पर थाना प्रभारी जगन्नाथपुर को दिए गए आवेदन के आधार पर ईदगाह के चारदीवारी निर्माण कार्य दिनांक 9/4/2024 को पुलिस द्वारा रोकवा दिया गया और थाना मौजूद लोगों को थाना चलने को कहा गया चूंकि लोग रोजा रखा था इसलिए उन्होंने इफ्तार के बाद थाना आने की बात कही. और इसके पश्चात उन्होंने शाम करीब 7:30 बजे भूमि से संबंधित सभी कागजात लेकर थाना पहुंचे. जिसमें मुहल्ले के प्रबुद्ध लोगों में दो वकील भी थे उन्होंने मौजा-कचनार टोली, खाता न०-01 प्लाट नo-370 में रकबा 50 डीस मील भूमि जो दिनांक 21/01/1989 को भू-स्वामी कृष्णा नायक (पिता रामेश्वर नायक) द्वारा Al Amin Religious & Charitable Trust kachnar Toli Ranchi को किये गये Ragiseted gift Deed के साथ ही बालेश्वर महतो (पिता किशुन महतो) द्वारा दिनांक 10/10/1991 को 25-25 डीस मील भूमि जो छोटानागपुर मोमिन इस्लाहिया कमिटी कचनार टोली हेसाग रांची के नाम किए गए. दो रजिस्ट्रर्ड गिफ्ट जिसमें ईदगाह एवं कर्बला अवस्थित है और वहां लगभग 35 वर्षों से ईद व बकरीद एवं जनाजा की नमाज़, मुहर्रम का अखाड़ा लगाया जाता है.
यही नहीं खाता नं.-1, प्लाट नं.- 370, कुल रकबा 4 एकड़ 21 डीसमील मात्र है उसमें से भू-स्वामी कृष्णा नायक द्वारा अलग-अलग लोगों को बेचा भी गया है जिसमें कई अपार्टमेंट और बड़े बड़े घर दुकान बने हुए है साथ ही सरना स्थल को भी दिया गया है, उससे संबंधित मूल डीड पट्टा जगन्नाथपुर थाना प्रभारी को दिया गया लेकिन थाना प्रभारी कोई बात सुनने को तैयार नहीं हुए और कागजात को जब्त कर बलपूर्वक मिलने आये. 14 लोगों को गिरफ्तार कर नामजद एवं अज्ञात 150 लोगों पर रंगदारी, मारपीट एवं सरकारी कार्य में बाधा डालने का मनगढ़ंत व झूठा प्राथमिकी दर्ज कर रात में ही कोतवाली थाना ले जाया गया और दूसरे दिन दिनांक 10/4/2024 को जेल भेज दिया गया जो कि नियमाविरुद्ध एवं कानून के साथ खिलवाड़ व उल्लंघन है, यही नहीं दिनांक 11/4/2024 को ईदगाह में 144 लगाकर ईद की नमाज भी पढ़ने नहीं दिया गया है. उन्होंने कहा कि गलत तरीके से बनायें गये नामजद एवं अज्ञात आरोपियों द्वारा ना तो पुलिस एवं आवेदक एमके राय के साथ मारपीट, अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया और ना ही रंगदारी और सरकारी कार्यों में बाधा डाला गया जो उक्त दिन के सीसीटीवी फुटेज व मोबाइल की जांच करने से साबित हो जाएगा. यही नहीं इस मामले पर लगातार मीडिया और कुछ न्यूज चैनल द्वारा भ्रामिक समुदाय विशेष के विरुद्ध भड़काव खबर चलाया जा रहा. जिस कारण समाज में विद्वेष और सोहार्द बिगड़ रही है इस घटना से मुस्लिम समाज के लोग काफी मर्माहत है.
प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त से घटनी की उच्चस्तरीय जांच कराते हुए निर्दोष लोगों की रिहाई व न्याय दिलवाने के साथ मनगढ़ंत व झूठा आरोप लगाने वाले व्यक्ति एवं बिना सम्पूर्ण जांच किए ईद जैस महत्वपूर्ण त्योहार को नजरंदाज कर रोजेदारों को जेल भेजने वाले दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने कि मांग की. उपायुक्त ने उनकी बातें सुनने के बाद एलआरडीसी जांच कराने और न्याय उचित कार्रवाई का भरोसा दिया. प्रतिनिधिमंडल में अंजुमन इस्लामिया रांची के डां तारिक, मो नौशाद, आमया संगठन के एस अली, मुस्लिम युवा मंच के शाहिद अयूबी, वरीय अधिवक्ता ए के रासिदी, अधिवक्ता अजहर खान, झारखंड आंदोलनकारी आजम अहमद, इदरिसया चौरासी पंचायत के मो इस्लाम, गद्दी पंचायत के मेराज गद्दी, मो प्रवेज, कचनार टोली पंचायत के मो सरवर, अमीर खान, रहमान, शहबाज शाह सहित अन्य उपस्थित रहें.