अरुण बरनवाल/न्यूज़11 भारत
धनबाद/डेस्क: धनबाद जिला कांग्रेस के कोषाध्यक्ष और प्रसिद्ध कोयला कारोबारी सुरेश सिंह हत्याकांड में शनिवार को मृतक की पत्नी मनोरमा सिंह और पुत्र अजय सिंह की गवाही हुई. एडीजे छह की अदालत में दोनों ने अपना बयान दर्ज कराया. इस दौरान कांग्रेस नेता रणविजय सिंह भी उपस्थित थे. इसके पूर्व पिछले सप्ताह हुई चश्मदीद गवाह देवेंद्र सिंह की गवाही में 13 साल बाद भी वह अपने बयान पर अडिग रहा. देवेंद्र सिंह ने कोर्ट को फिर बताया कि सुरेश सिंह को शशि सिंह ने ही गोली मारी थी. देवेंद्र सिंह यह बात पहले भी कह चुके हैं. घटना के कई साल होने के बाद भी देवेंद्र सिंह अपने बयान पर कायम है. बता दें की जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में सुरेश सिंह हत्याकांड की सुनवाई हुई. इसमें देवेंद्र सिंह ने अपने बयान से घटना का समर्थन किया.
रामधीर सिंह और पूर्व मेयर इंदू सिंह का पुत्र है शशि
बता दें कि शशि सिंह जेल में कैद जनता मजदूर संघ के नेता रामधीर सिंह और धनबाद की पूर्व मेयर इंदु सिंह का पुत्र है. सुरेश सिंह हत्याकांड में तीसरी बार देवेंद्र सिंह की गवाही दर्ज हुई है. बचाव पक्ष की ओर से अपीलकर्ता अनूप कुमार सिन्हा और अभय कुमार सिन्हा ने प्रति परीक्षण किया था. शशि सिंह को इस मामले में पुलिस फरार घोषित कर चुकी है. घटना को अंजाम देने के बाद से ही शशि सिंह फरार है. उसे पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है.
7 दिसंबर 2011 को हुई थी हत्या
बता दें कि 7 दिसंबर 2011 की रात धनबाद क्लब में रोहित सिंह की रिसेप्शन पार्टी में सुरेश सिंह की हत्या हुई थी. सुरेश के पिता तेज नारायण सिंह की शिकायत पर शशि सिंह, संजीव सिंह, रामधीर सिंह के विरुद्ध धनबाद थाने में प्राथमिक की दर्ज कराई गई थी. घटना के बाद से शशि फरार है. 5 माह के अनुसंधान के बाद 20 मई 2012 को पुलिस ने शशि सिंह, प्रमोद लाल, मोनू सिंह, आलोक वर्मा के विरुद्ध आरोप पत्र दायर कर दिया था. इसमें शशि सिंह को शूटर बताया गया था. आज सुनवाई के बाद रणविजय सिंह ने न्यायालय पर एक बार फिर से विश्वास जताते हुए कहा कि आरोपी कितना भी बड़ा रसूख वाला हो, सलाखों के पीछे जरुर जायेगा.