गुमला: सरकारी स्कूल का हाल बेहाल, छात्रों से साफ़ करवाए जा रहे शौचालय
गुमला: सरकार ने छात्रों के उज्जवल भविष्य के लिए सरकारी स्कूलों का निर्माण करवाया है. ताकि गरीब तबके के बच्चों को मुफ्त में अच्छी शिक्षा मिल पाए. लेकिन देश के अधिकांश सरकारी स्कूलों का हाल बेहाल है. या तो वहां शिक्षकों की कमी है या फिर स्टूडेंट्स ही आना पसंद नहीं करते.
झारखण्ड में भी कई सरकारी स्कूल बदहाली का दंश झेल रहे हैं. राज्य के गुमला जिले के रायडीह प्रखंड के राजकीय उत्क्रमित विद्यालय महुआटोली में छात्रों के साथ जो हो रहा है, उसकी कल्पना किसी ने नहीं की होगी.
टीचर्स यहां खड़े होकर बच्चों का होमवर्क नहीं, बल्कि ये देखते हैं कि वो शौचालय की सफाई ठीक से कर रहा है या नहीं. यहां छात्रों से शौचालय की सफाई करवाई जाती है. हर छात्र की बारी तय कर दी गई है, जिसके अनुसार वो शौचालय साफ़ करता है.
इस दौरान स्टूडेंट्स ग्लव्स भी नहीं पहनते. इन्फेक्शन के अलावा कई तरह के स्वास्थ्य समस्याओं का सामना इस कारण उन्हें करना पड़ता है. जब इस बारे में टीचर्स से बातचीत की गई तो उन्होंने इसे साफ़-सफाई से जुड़ा सबक घोषित कर दिया. वहीं स्टूडेंट्स ने बताया कि स्कूल में कुल 123 स्टूडेंट्स हैं. इन्हें पढ़ाने के लिए मात्र तीन टीचर्स है. एक प्रिंसिपल भी है, जो ज्यादातर नदारद रहते हैं. अगर आते भी हैं तो हाजिरी बनाकर घर चले जाते हैं.