न्यूज11भारत
रांची/डेस्कः सड़कों पर चलते हुए आप अक्सर कई जगहों पर स्पीड ब्रेकर देखते होंगे. दरअसल, यह स्पीड़ ब्रेकर सड़कों पर चल रहे बेकाबू गाड़ियों को काबू में रखने के लिए बनाए जाते है. ये स्पीड ब्रेकर खासतौर पर उन सड़कों पर होते है जो काफी बिजी रूट (सड़क मार्ग) होता है. यह फिर जिस सड़क मार्ग पर लोक अक्सर रोड क्रॉस करते है. लेकिन कई लोग अपने गली मुहल्ले की सड़कों पर भी स्प्रीड ब्रेकर बनवा लेते है जो स्पीड ब्रेकर तो नहीं लेकिन कार के लिए डेंट ब्रेकर जरूर बन जाते है. क्योंकि लोग इन्हें इतना ऊंचा बना लेते है जिससे कार का निचला हिस्सा अक्सर इन स्पीड ब्रेकर से टकरा जाते है. आज हम आपको इन स्पीड ब्रेकर से जुड़े कुछ नियमों को बताएंगे.
गली मुहल्लों के कई स्थानों पर तो हर तीसरे से चौथे घर के सामने ऐसे स्पीड ब्रेकर बने होते हे जिनसे लोग काफी परेशान होते है और इस वजह से वे स्पीड ब्रेकर बनाने वालों को कोसने तक लगते हैं. लेकिन वहां से गुजरने के बाद लोग इस बात को भूल जाते है. अगर आप भी ऐसे ऊंचे और बड़े स्पीड ब्रेकर से परेशान है तो आप ऐसे स्पीड ब्रेकर को लेकर शिकायत कर सकते है.
ऊंचे और बड़े स्पीड ब्रेकर की यहां कर सकते है शिकायत
अगर आपको किसी मुख्य सड़क पर जल्दी पहुंचना है और इसके लिए आप किसी गली के रास्ते से होकर वहां जल्दी पहुंचना चाहते है मगर वहां जगह-जगह पर स्पीड ब्रेकर लगे है तो इसकी शिकायत आपर नगर निगम से कर सकते है वहीं बाहर किसी मेन रोड पर ऐसे स्पीड ब्रेकर बनाए गए है जो ऊंचे और बड़े है तो ऐसे में आप अपनी शिकायत सड़क व परिवहन मंत्रालय के हेल्पलाइन नंबर पर फोन-कॉल करके कर सकते हैं.
स्पीड ब्रेकर को होते है कई नियम
अब हम आपको स्पीड ब्रेकर को लेकर नियमों के विषय में बताते है दरअसल, सड़कों पर स्पीड ब्रेकर के मानक पहले से ही तय किए गए हैं. जिसके तहत सड़कों पर स्पीड ब्रेकर्स बनाए जाते हैं. स्पीड ब्रेकर्स के गाइडलाइन के अनुसार, स्पीड ब्रेकर की ऊंचाई 4 इंच से अधिक नहीं होनी चाहिए. इसके साथ ही स्पीड ब्रेकर के दोनों तरफ से 2 मीटर का स्लोप होना आवश्यक हैं. यानी कि स्पीड ब्रेकर सिर्फ ऊंचाई वाली नहीं बनाई जाती है बल्कि स्लोप बनाए जाने से किसी भी अन्य गाड़ी का टायर आराम से चढ़कर उतर जाते हैं इसके साथ ही स्पीड ब्रेकर पर मार्किंग की आवश्यकता होती है. जिससे आपको दूर से ही पता चल सकेगा कि सड़क मार्ग पर आगे ब्रेकर है.