के एन यादव/न्यूज़ 11 भारत
दुमका/डेस्क:-मसलिया प्रखंड के पश्चिमी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत मसानजोर के गोटीडीह टोला में 16 हजार लीटर क्षमता वाली टंकी निर्मित होने के बाद भी ग्रामीणों को पानी के लिए तरसना पड़ रहा है. यहां विगत वर्ष से ही टंकी बनकर तैयार है लेकिन एक भी घरों में पानी सुचारू रूप से नहीं पहुंच पा रहा है. जिस कारण ग्रामीण पानी के लिए त्राहिमाम कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है की संवेदक रवि कुमार के द्वारा जल मीनार बनाकर छोड़ दिया गया है. दोबारा एक बार भी मेंटेनेंस कार्य नहीं कराया गया है. महीनों से बंद पड़े जलमिनार को दोबारा ठीक करने के लिए जब फोन पर संपर्क किया गया तो मिस्त्री को भेज कर मोटर ठीक कराने के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति की गई. वहीं टंकी के ऊपर हिस्से पर बैठे मधुमक्खियां की दो छत्ते का बहाना बनाकर निकल गया. मिस्त्री ने बताया कि ग्रामीण सर्वप्रथम दोनों मधुमक्खियां के छत्ते को किसी भी तरीके से हटायें उसके बाद ही हम मोटर और जलमीनार चालू कर सकते हैं . ग्रामीणों ने बताया की मधुमक्खी हटाने के लिए भरसक प्रयास किया गया लेकिन नीचे घनी आबादी रहने के कारण डर के मारे यह काम नहीं हो पाया. वर्तमान समय में इस टंकी से संचालित 40 घरों को पानी नहीं मिल पा रहा है. नतीजतन समर्थवान ग्रामीण अपने पैसे से बोरिंग करवा रहे हैं. लेकिन गरीब ग्रामीण पानी के लिए दर-दर भटक रहे हैं.
क्या कहते हैं ग्राम पंचायत मसान जोर के गोटीडीह टोला वासी -
जलमिनार तो बनकर खड़ा है लेकिन इस जलमिनार से अभी तक पानी सुचारु रूप से एक भी महीने नहीं मिल पाया है मिस्त्री आकर खाना आपूर्ति कर चले जाते हैं-राकेश मंडल, ग्रामीण गोटीडीह
सरकार की लाखों की संपत्ति महज दिखावा बनकर रह जाती है इसमें विभागीय अधिकारियों की लापरवाही है जिस कारण संवेदक जैसे तैसे कम कर निकल जाते हैं इस पर कोई कार्रवाई भी नहीं होती. मंजू देवी, ग्रामीण महिला गोटीडीह
सरकार से आग्रह है की मूलभूत सुविधाओं में से एक पानी की सुविधा हम सभी को दिया जाए ताकि पानी के लिए हमें इधर-उधर न भटकना पड़े. गर्मी के दिनों में पानी के लिए भटकना बहुत ही दुखद बात है.-कड़की टुडु, ग्रामीण महिला गोटीडीह
क्या कहते हैं विभागीय अधिकारी-
इस संदर्भ में जब पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कनीय अभियंता मुकुल कुमार से बात की गई तो कहा कि जल्द ही जलमीनार को चालू कराकर ग्रामीणों के बीच पेयजल संकट को दूर कर दिया जाएगा.- मुकुल कुमार पेयजल एवं स्वच्छता विभाग कनीय अभियंता