प्रिंस यादव/न्यूज़11 भारत
गोड्डा/डेस्क: इंडिया गठबंधन की ओर से आखिरकार लंबे इंतजार के बाद गोड्डा संसदीय सीट के प्रत्याशी का नाम घोषणा हो गई. गोड्डा सीट पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के सामने कांग्रेस ने दीपिका पांडे को टिकट दिया है. वहीं, साल 2008 में कांग्रेस की जिला अध्यक्ष भी रही है. दीपिका पांडेय सिंह राहुल गांधी के यूथ ब्रिगेड की कोर कमेटी मेंबर भी हैं. पहले उन्हें कांग्रेस यूथ विंग का महासचिव बनाया गया. फिर महिला मोर्चा का राष्ट्रीय सचिव और वर्तमान में दीपिका कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव हैं वही पिछले चुनाव में उत्तराखंड, हिमाचल समेत कई राज्यों में प्रभारी रह चुकी हैं.
दीपिका पांडे सिंह को 2019 में कांग्रेस पार्टी ने भरोसा जताया और पहली बार कांग्रेस पार्टी से उन्हें टिकट दिया था. दीपिका पांडे के सामने भाजपा के दिग्गज और तीन बार के विधायक रहे अशोक कुमार भगत था. दीपिका पांडे ने अशोक भगत को पहले ही बार में हरा दिया था. उन्होंने कुल वोट 89224 वोट लाए थे और महागामा विधानसभा पर कब्जा किया फिर एक बार कांग्रेस विधायक दीपिका पांडे सिंह पर 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भरोसा जताया और उन्हें लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी ने टिकट दिया है. और गोड्डा सीट पर इस बार मुकाबला दिलचस्प होने वाला है. क्योंकि निशिकांत दुबे लगातार तीसरी बार गोड्डा लोकसभा से सांसद रहे हैं और जीत दर्ज की है भाजपा प्रत्याशी निशिकांत के सामने कांग्रेस ने महगामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह को मैदान में उतारा है.
बता दें कि महगामा विधायक दीपिका पांडे सिंह का जन्म रांची में एक राजनीतिक परिवार में हुआ था पुराने कांग्रेसी दिग्गज नेता अरुण पांडेय और प्रतिभा पांडेय की पुत्री हैं उनकी मां प्रतिभा पांडे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की महिला शाखा महिला कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भी रही है उन्होंने अपने प्रारंभिक वर्ष रांची में बिताए हैं आपको बता दे दीपिका पांडे 1994 - 97 में सेंट जेवियर्स कॉलेज रांची में जीव विज्ञान में बीएससी की डिग्री प्राप्त की उन्होंने 1998-20000 मैं जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल सर्विस रांची से बा सूचना प्रौद्योगिकी की पढ़ाई भी कि है बाद में उन्होंने 2008 - 2011 में ऑपरेटिव कॉलेज जमशेदपुर में एलएलबी की पढ़ाई की वहीं दीपिका पांडेय सिंह फिलहाल अपने ससुर के विरासत संभाल रही हैं दीपिका पांडेय को शादी महगामा विधानसभा के चार बार के कांग्रेसी विधायक और मंत्री रहे अवध बिहारी सिंह के पुत्र इंजीनियर रत्नेश्वर सिंह से हुई है.
वहीं, पिछले दिनों निशिकांत दुबे का बयान काफी सुर्खियों में रहा था जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर प्रदीप यादव चुनाव लड़े तो मैं चुनाव प्रचार नही करूंगा और कार्यकर्ता ही हमें जीता देंगे. इससे पहले भी निशिकांत दुबे और दीपिका पांडे में खूब जुबानी जंग हुआ था. अब दोनों ही आमने-सामने चुनावी अखाड़े में होंगे.