आर्यन श्रीवास्तव/न्यूज़11 भारत
कोडरमा/डेस्क:-कोडरमा में आत्मरक्षा के लिए बेटियों और महिलाओं को सशक्त बनाया जा रहा है. इसे लेकर तलवारबाजी और लाठी बाजी की ट्रेनिंग दी जा रही है.
लाठी भांजती और तलवारबाजी सीखती इन बेटियों और महिलाओं ने खुद को सुरक्षित बनाने के लिए के साथ-साथ हर समस्या से मुकाबला करने के लिए खुद को तैयार कर रही है. कोडरमा के झुमरी तिलैया में यह प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जा रहा है, जहां योग्य प्रशिक्षकों की मदद से सुबह और शाम दो सत्रों में महिलाओं और छात्रों को तलवारबाजी और लाठीबाजी की ट्रेनिंग दी जा रही है. योग गुरु सुषमा सुमन ने बताया कि पूरे जिले में अलग अलग जगहों पर इस तरह के शिविर लगाकर महिलाओं और छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा.
प्रतिदिन सुबह और शाम डेढ़ घंटे का यह सत्र आयोजित किया जा रहा है, जहां लाठीबाजी और तलवारबाजी के अलग-अलग प्रशिक्षक इन महिलाओं और छात्राओं को कलाबाजी सीखा रहे हैं. तलवारबाजी और लाठीबाजी की ट्रेनिंग ले रही छात्राओं का मानना है की खुद की सुरक्षा के साथ-साथ हर मुकाबले से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए और इसके लिए यह प्रशिक्षण जरूरी भी है.
यह पहला मौका है, जब कोडरमा में महिलाओं और छात्राओं के लिए इस तरह की प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है. आत्मरक्षा के लिए सरकारी स्कूलों में छात्राओं को कराटे और ताइक्वांडो की ट्रेनिंग भी दी जाती है. इसके अलावे तलवारबाजी और लाठीबाजी में भी निपुण होकर ये छात्राएं और महिलाएं खुद की सुरक्षा के साथ-साथ सुरक्षित समाज के निर्माण में अहम योगदान देने के लिए तैयार हो रही है.