रांची : शुतुरमुर्ग के एक्सचेंज में ओरमांझी चिड़ियाघर में लाया गया सफ़ेद बाघ
रांची : भगवान बिरसा मुंडा जैविक उद्यान(ओरमांझी चिड़ियाघर) में आनेवाले पर्यटकों को अब यहां सफ़ेद बाघ देखने को मिलेंगे. यह बाघ यहां पर छतीसगढ़ के बिलासपुर स्थित चिड़ियाघर से एक्सचेंज स्कीम के तहत लाए गए हैं. इसके एक्सचेंज में दो शुतुरमुर्ग दिए गए हैं.
सफेद बाघ के दीदार के लिए लोगों को 21 दिनों का इंतजार करना होगा. सफेद बाघ जावा को रांची के वातावरण में ढलने के लिए सुरक्षित रखा गया है.
गौरतलब है कि झारखंड सरकार ने 12 सितम्बर को छतीसगढ़ से बाघ की मांग की थी. इसके लिए सेंट्रल जू अथॉरिटी को पत्र लिखा गया था. जिसके बाद सेंट्रल जू अथॉरिटी ने केंद्र सरकार के वन विभाग के मंत्री जे अनुमोदन के बाद झारखंड सरकार के इस प्रस्ताव को स्वीकृति दी थी. इस एक्सचेंज स्कीम के तहत एक सफ़ेद बाघ औ एक बंगाल टाइगर लाया जाना था. फ़िलहाल अभी एक सफ़ेद बाघ और एक बाघिन लाया गया है. सफ़ेद बाघ का नाम ‘जावा’ है और इसकी उम्र 2.5 साल है, वहीं बाघिन का नाम गौरी है और इसकी उम्र 3.5 साल है.
इस तरह इन दो बाघों के आ जाने के बाद से झारखंड में बाघों की संख्या 9 हो गई है. बताया जा रहा है कि एक्सचेंज स्कीम के तहत कुछ और जानवरों को भी लाया जाना है. यानि निकट भविष्य में हमें ओरमांझी चिड़ियाघर में कुछ और नए जानवरों को देखने का मौका मिलेगा. शायद इसलिए चिड़ियाघर मैनेजमेंट द्वारा टिकट के दामों में बढ़ोतरी भी की गई है.
बता दें कि ओरमांझी चिड़ियाघर में मौजूदा समय में 14 शुतुरमुर्ग हैं. इनमें से एक ने अभी कुछ महीने पहले ही चार बच्चों को जन्म दिया है. वहीं, करीब 12 साल बाद अब सफ़ेद बाघ लाया गया है.