फ़लक शमीम/न्यूज़ 11 भारत
हजारीबाग/डेस्क:-भगवान राम को लेकर युद्ध छिड़ गया है कि आखिर वो किसके हैं. हजारीबाग लोकसभा में इसकी बानगी देखने को मिली है. जब कांग्रेस से बडकागाँव विधायक अंबा प्रसाद ने यह कह दिया कि भगवान राम कांग्रेस के हैं. उनका यह भी कहना है कि कांग्रेस युवाओं को बिगाड़ती नहीं है बल्कि भगवान श्री राम के मर्यादा को मानती है. उन्होने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग हैं जो भगवान श्रीराम को बदनाम कर रहे हैं और चुनाव के समय उनका नाम का सहारा लेते हैं. हजारीबाग में विकास के मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए लेकिन यहां श्रीराम का नाम का सहारा लिया जा रहा है .
वहीं इस पूरे बयानबाजी पर हजारीबाग से भाजपा उम्मीदवार मनीष जायसवाल ने कहा कि किसी के भी टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देना नहीं चाहते हैं. राम मंदिर बना तो इंडिया गठबंधन के सदस्यों को निमंत्रण भी दिया गया था. आज तक इंडिया गठबंधन के कोई भी सदस्य राम मंदिर नहीं पहुँचे हैं. उनमें से एक कांग्रेस के नेता प्रदीप आचार्य पहुंचे तो उन्हें पार्टी से ही निष्कासित कर दिया गया. यही सम्मान भगवान राम का कांग्रेस ने दिया है. ऐसे में समझा जा सकता है राम का इतना ही समान है देश में इधर गुरुवार को हिन्दू संगठन के नेता शशि भूषण केशरी भी 4 हिंदू संगठनों के समर्थन के साथ हज़ारीबाग़ लोकसभ क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतर कर नॉमिनेशन के लिए पहुँचे और कहा की इंडिया गठबंधन और एंडीए द्वारा भगवान श्री राम का नाम का इस्तेमाल किया जा रहा है जो सरासर ग़लत है हालाँकि चुनावी सरगर्मियों के बीच भगवान राम को लेकर छिड़े युद्ध ने सियासी तापमान और भी हाई कर दिया है.