कृपा शंकर/न्यूज 11 भारत
बोकारो/डेस्क:-झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति के नेता जयराम महतो ने 1 मई को नामांकन किया. उस दिन जयराम की गिरफ्तारी और फरारी को लेकर बोकारो में खूब हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ. अंततः रांची के नगड़ी से जयराम की गिरफ्तारी को बोकारो पहुंची पुलिस टीम बैरंग लौट गई. इसके दूसरे दिन ही जयराम महतो को गिरिडीह निर्वाचन पदाधिकारी सह बोकारो उपायुक्त ने 7 मई को कार्यालय में उपस्थित होने .
उपस्थित होने का नोटिस जारी कर दिया. इस नोटिस में जयराम के प्रस्ताव के हस्ताक्षर पर संदेश होने की बात कही. नोटिस जारी होने के बाद से झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति के थिंक टैंक को जयराम महतो के नॉमिनेशन रद्द होने का डर सताने लगा. इसके साथ ही झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति ने जयराम महतो के विकल्प के तौर पर प्रत्याशी को लेकर विचार मंथन शुरू किया.
फुसरो की पूजा कुमारी या बलियापुर से जिप सदस्य उषा देवी ने खरीदा नामांकन प्रपत्र-
जयराम महतो का नमिनेशन रद्द होने की स्थिति में झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति की ओर से दो महिला को मैदान में उतरने की तैयारी कर ली गई. गिरिडीह संसदीय क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतरने के लिए धनबाद के बलियापुर की जिप सदस्य उषा देवी पति आशीष कुमार महतो तथा बोकारो के फुसरो निवासी सहदेव महतो की सुपुत्री पूजा कुमारी ने 3 मई को नामांकन प्रपत्र खरीद लिया. सूत्रों की मानें तो यदि किसी कारणवश जयराम महतो का नामांकन रद्द हो जाता है, तो एसी स्थिति में इन दोनों में से किसी एक को जयराम महतो के विकल्प के तौर पर मैदान में उतारा जा सकता है.