रांची : झारखंड में एक वक्त था जब हाथी उड़ा करते थे. अगर आप भूल गये तो याद कीजिये मोमेंटम झारखंड. जी हां वही मोमेंटम झारखंड जो निवेशकों को आकर्षित करने के लिये करवाया गया था. पर निवेश की जगह सिर्फ हाथी उड़ा.
- मोमेंटम झारखंड पर सवाल
- आखिर कैसे उड़ा हाथी?
- मोमेंटम झारखंड में हुए खर्च पर सवाल
- सवालों के घेरे में विदेश यात्राएं
- हाइकोर्ट में जनहित याचिका दायर
- विदेश में हुआ रोड शो, पर वापस आया उड़ता हाथी?
- आयोजक कंपनी भी थी राजबाला वर्मा के करीबी की!
- सुनील बर्णवाल, के रविकुमार , अंजन सरकार और राजबाला वर्मा पर सवाल
- पर उससे भी बड़ा सवाल रघुवर दास ने कैसे उड़ाया हाथी?
जी हां मोमेंटम झारखंड, झारखंड में निवेशकों को आकर्षित करने के लिये हुआ. आयोजन हुआ पर पीछे सवाल रह गया कि हाथी आखिर उड़ा कैसे. 15फरवरी से 17 फरवरी 2017 के बीच ये आयोजन हुआ. पर इस आयोजन के नाम पर दम तक विदेश यात्राएं हुईं. रोड शो हुए और दमादम खर्चा भी हुआ. पर इसका नतीजा क्या निकला. अगर ये समझने की कोशिश की जाये, तो भारत के सबसे महान अविष्कार शून्य तक ही सोच पहुंच पाती है.
इस पूरे आयोजन के बाद अब ममाला कोर्ट में है. रघुवर दास, राजबाला वर्मा,सुनील बर्णवाल, के रविकुमार और अंजन सरकार सवालों के घेरे में हैं. और अब इस सवाल का जवाब ढूंढा जा रहा है कि माननीय रघुवर दास जी ने हाथी उड़ाया कैसे था.