झारखंडPosted at: अक्तूबर 15, 2019 “लाल” पर लगता लगाम : झारखंड में ‘लाल आतंक’ पड़ने लगा कमजोर
सीमित रह गया है नक्सलियों का दायरा, विषम परिस्थितियों में जवान ले रहे लोहा
- पुलिस लगातार कर रही है कार्रवाई
- कुछेक घटनाएं अपवाद स्वरूप
- नक्सल हिंसा में आई कमी
रांची : नक्सलियों के विरुद्ध झारखंड पुलिस एक बार फिर से अपनी कार्रवाई तेज करने वाली है. हालांकि पुलिस के स्तर से लगातार अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन एक बार फिर से इसकी गति को तेज किया जाएगा. हाल के दिनों में कुछ ऐसी घटनाएं घटी जिनमें पुलिस को नुकसान उठाना पड़ा. पिछले दिनों नक्सलियों ने दशम फॉल के पास दो जवानों की गोली मारकर हत्या कर दी, लेकिन इससे पुलिस का मनोबल गिरा नहीं है बल्कि और अधिक ऊंचा हुआ है.
आंकड़ों के लिहाज से भी देखा जाए तो नक्सल हिंसा में कमी आई है. उनकी गतिविधियां भी कम हुई है और उनका दायरा धीरे-धीरे सीमित होता चला जा रहा है. अब नक्सलियों की गतिविधि बूढ़ा पहाड़ पारसनाथ और सारंडा के इलाके में सिमटकर रह गया है. बरसात के दिनों में पुलिसिया अभियान में थोड़ी कमी आ जाती है, क्योंकि भौगोलिक परिस्थितियां ऑपरेशन को और ज्यादा दुरूह बना देती हैं. हालांकि यही बात नक्सलियों पर भी लागू होती है. इसके बावजूद बरसात के खत्म ही पुलिस अपना अभियान तेज करेगी. यह सच है कि नक्सल हिंसा में कमी आई है और यह भी सच है कि पुलिस को पिछले कुछ सालों में लगातार सफलताएं मिल रही हैं. इसके बावजूद पुलिस को और ज्यादा चुस्त और दुरुस्त रहने की आवश्यकता है.