सत्यव्रत किरण
रांची : निजी जांच घर से महंगा है रिम्स का जांच शुल्क. महंगा होने के कारण मरीज रिम्स में जांच नहीं करना चाहते हैं. करीब एक वर्ष से रिम्स में सिटी स्कैन मशीन नहीं है, जिस वजह से मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. रिम्स परिसर स्थित पीपीपी मोड पर चल रहे हेल्थ मैप पर मरीजों की भीड़ ज्यादा लगती है.
रिम्स में एमआरआई एवं सीटी स्कैन जांच का शुल्क निजी जांच लैब के जांच शुल्क से अधिक है जिसके कारण मरीज रिम्स में जांच नहीं कराना चाहते हैं यही कारण है कि रिम्स परिसर स्थित हेल्थ मैप जांच घर में मरीजों की संख्या ज्यादा है वहीं पिछले करीब 1 साल से रिम्स में सीटी मशीन उपलब्ध नहीं है
एमआरआई, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड जैसे रेडियोलॉजी जांच जिन मरीजों को मुफ्त में किया जाने का प्रावधान रिम्स में है. वैसे मरीजों को भी हेल्थ मैप जांच घर भेज दिया जाता है.
रिम्स के रेडियोलॉजी विभाग में सीटी स्कैन और एमआरआई जांच की शुल्क रिम्स स्थित पीपीपी मोड पर चलने वाले हेल्थ मैप जांच घर से कितना ज्यादा है.
|
रिम्स का शुल्क |
हेल्थ मैप का शुल्क |
CT SCAN |
|
|
प्लेन |
1250/- |
900/- |
स्पाइनल प्लेन |
2000/- |
1500/- |
नेक प्लेन |
1800/- |
1500/- |
नेक कंट्रास्ट |
2000/- |
1870/- |
MRI |
|
|
स्पाइन विद स्क्रीनिंग |
5000/- |
2125/- |
आर्बिट विदाउट कंट्रास्ट |
3500/- |
1445/- |
हेड विदाउट कंट्रास्ट |
3500/- |
1998/- |
आर्बिट विद कंट्रास्ट |
3500/- |
2000/- |
रेडियोलोजी के जूनियर डॉक्टरों ने रिम्स निदेशक को दी है जानकारी
रिम्स जांच घर के ज्यादा शुल्क की जानकारी रेडियोलोजी के जूनियर डॉक्टरों ने रिम्स निदेशक को दी है. जूनियर डॉक्टर ने कहा है कि निजी एजेंसी हेल्थ मैप में जांच शुल्क कम होने के कारण मरीज रिम्स में जांच नहीं कराते. इस वजह से विभाग के पीजी छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है. रिम्स प्रबंधन को चाहिए कि राज्य का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल होने के कारण रिम्स के जांच शुल्क को कम से कम किया जाए, ताकि आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को सुविधा मिल सके.