संतोष/न्यूज़11 भारत
सरायकेला/डेस्क: तिरुलडीह थाना क्षेत्र व ईचागढ़ थाना क्षेत्र में स्वर्णरेखा नदी से खुलेआम बालू की चोरी हो रही है. तिरुलडीह थाना क्षेत्र के साल घाट, सपादा, चानो कार्कीडीह में बड़े-बड़े अबैध बालू को डंप कर बालू का अबैध कारोबार किया जा रहा है. ज्ञात हो कि पूर्व में तिरुलडीह स्वर्णरेखा नदी किनारे के साल घाट में सैकड़ो सीएफटी बालू जब्त किया गया था, जो बालू माफियाओं के लिए बरदान साबिता हो रहा है. इन्ही डंपो में रोजाना सैकड़ो हाइवा बालू डंप किया जाता है एवं पूरी रात भर हाइवा में बालू लोड कर पश्चिम बंगाल भेजा जाता है. बालू का सारा खेल तिरुलडीह थाना से महज एक-दो किलोमीटर की दूरी पर होता है. लेकिन तिरुलडीह पुलिस के कान में जू तक नही रेंगता है. इतना ही नही सारा बालू हाइवा में लोड कर कुकडु प्रखंड सह अंचल कार्यालय के आगे से ही गुजरता है. बालू माफियाओं की माने तो उनका सेटिंग ऊपर से नीचे तक है . इतना ही नही ईचागढ़ व कुकडु अंचल के आंचल अधिकारी एक ही है और ईचागढ़ थाना क्षेत्र में रोजाना खुलेआम ट्रैक्टर से बालू की ढुलाई होती है.
शाम ढलते ही अवैध बालू का परिवहन हाइवा से किया जाता है. ये अवैध बालू हाइवे जरगोडीह, खीरी आदि घाटों से बालू मिलनचौक होते हुए टिकर-रंगामाटी से हाईवे पकड़कर टाटा, सरायकेला की ओर जाता है. ताज्जुब की बात तो यह है कि दोनों थाना क्षेत्र में इतना बड़े पैमाने पर बालू का अवैध कारोबार, भंडारण व परिवहन की खबर अधिकारी को नही है या जानबुझ कर अनदेखा कर रहे है, जो जांच का विषय है. स्थानीय आम जनता बालू के लिए अपना घर बना नही पा रही है, जबकि बालू माफिया बेधड़क बालू का अवैध कारोबार कर रहे है.
आखिर इसका क्या राज हैं? इसके पीछे कौन से शक्ति कार्य कर रही हैं ये तो भगवान ही जाने! इस सम्बंध में सरायकेला जिला खनन पदाधिकारी से फ़ोन के माध्यम से जानकारी लेने पर उन्होंने कहा कि अवैध बालू कारोबार पर करवाई के लिए टास्क फोर्स गठित किया गया है. बहुत जल्द एक्शन देखने को मिलेगा. उन्होंने आगे बताया कि कई बार तिरुलडीह मे छापेमारी करने की कोशिश की गई, लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा. इस बार जोरदार तरीके से कार्रवाई कर अवैध बालू उठाव, भंडारण व कारोबार पर सख्त करवाई की जाएगी.