न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: "स्ट्रेस" एक ऐसा शब्द है, जिससे हम सभी परिचित है. दरअसल हर नौकरी पेशा व्यक्तियों को आज-कल स्ट्रेस महसूस होती है. लोग अपनी परेशानियों को आसानी से कह नहीं पातें है. अपनी तकलीफों को शेयर करने में उन्हें एक प्रकार की झिझक-सी महसूस होती है. इसके साथ ही लोग ये भी सोचते है कि अपनी तकलीफों को दूसरों से शेयर कर उन्हें क्यों परेशान करना? अगर हम लंबे समय तक अपनी तकलीफों को अपने अंदर दबाकर रखेंगे तो हमारे ऊपर मानसिक दवाब बढ़ सकता है. जिससे हमारी मानसिक स्वास्थ पर बहुत बुरा असर पड़ता है. इस वजह से हमारी दिनचर्या पर भी एक अलग असर पड़ता है. लेकिन कहा जाता है न, दुःख बांटने से कम होता है.
सकारात्मक असर होगा
स्ट्रेस दूर करने के लिए लोग कई तरह के सुझाव आपको दे सकते है, जैसे मी टाइम, डिजिटल ब्रेक और म्यूजिक थेरेपी इत्यादि. लेकिन एक ऐसी चीज भी है जो आप घर पर बैठकर आराम से कर सकते है. जो आपकी स्ट्रेस के लिए बहुत कारगार भी साबित होगा और वो है "डायरी लिखना". दिन-भर में थोडा-सा समय निकाल कर अपनी बातों को अगर हम डायरी में लिखना शुरू कर दें तो इससे मेंटल हेल्थ में काफी इम्प्रूवमेंट देखने को मिलेगी. इसका सकारात्मक असर कुछ ही दिनों में पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ दोनों पर देखने को मिलेगा.
सफलता का प्रतिशत बढ़ेगा
जब कभी आप अपनी भावनाओं को लिखेंगे तो आपको ये महसूस होगा कि आप अपने दिमाग से बहार निकलकर दूसरी दुनिया में आ गए है. आप अंदर से बेहद शांत और रिलेक्स फिल करने लगेंगे. डायरी में आप उन बातों को साझा करें, जिसे आप किसी से कहना तो चाहते है लेकिन कह नहीं पाते है. आप डायरी लिखते वक्त खुद को आजाद महसूस करेंगे, इससे आप में आत्मविश्वास का संचार होगा. डायरी में आप अपने कल्पनाओं और विचारों को साझा करने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र होते है. रोजाना डायरी लिखने की आदत होने पर आप अपनी फेलियर और अचीवमेंट पर नजर रख सकते है. इससे आप अपने आपको आसानी से इम्प्रूव कर सकते है. आप खुद के लिए चैलेंज भी सेट कर सकते है, जो आपकी दिनचर्या में बेहद ही सहायक होगी. इससे आपकी सफलताओं का प्रतिशत भी बढ़ेगा. आप जब भी किसी घटना को डायरी में लिखेंगे तो वह आपको बेहतर तरीके से याद रह जाएगी. इससे आप अपने ही अनुभव से बहुत कुछ सीख सकते है. आप अपने भविष्य के लिए बेहतर निर्णय भी ले सकेंगे.