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रांची/डेस्कः- भारत में पिछले 65 साल के अंतराल में हिन्दुओं की आबादी में बड़ी गिरावट आई है. एक स्टडी से पता चला है कि देश की आबादी में हिन्दुओं की संख्या में 8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान, बांग्लादेश जैसे दूसरे देशों में बहुसंख्यक मुस्लिमों की आबादी में इजाफा देखा गया है. स्टडी के मुताबिक एक तरफ भारत जैसे देश में हिन्दुओं की आबादी घटी है तो वहीं अल्पसंख्यकों की आबादी में बढ़ोत्तरी देखी गई है. हिंदु के अलावा जैन और पारसियों की भी संख्या में घटोत्तरी हुई है. स्टडी के अनुसार इस अवधि में मुस्लिमों की आबादी 5 प्रतिशत बढ़ी. वहीं इसाइयों की हिस्सेदारी में 5.38 प्रतिशत और सिख समुदाय में 6.58 फीसदी बढ़ी है. बोद्धों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी देखी गई है. रिपोर्ट के मुताबिक भारत के आजादी के समय हिन्दुओं की हिस्सेदारी 84 फीसदी थी अब जाकर इसकी आबादी 78 प्रतिशत हो गई है, वहीं मुस्लिमों की आबादी उस समय 9.84 प्रतिशत थी जो अब बढ़कर 14.09 प्रतिशत हो गई है.
नेपाल में भी हिंदुओं की आबादी में कमी देखी गई.
जिस तरह भारत में बहुसंख्यक हिन्दूओं की आबादी में 7.8 प्रतिशत की कमी हुई है वहीं पड़ोसी देश म्यांमार में भी बहुसंख्यक बोद्ध समुदाय की आबादी में भी 10 फीसदी तक की कमी देखी गई है. वहीं नेपाल की भी स्थिति ठीक नहीं हैं वहां पर भी हिंदुओं की हिस्सेदारी में 3.6 फीसदी कमी देखी गई है. पीएम के आर्थिक सलाहकार समिति ने एक रिपोर्ट में कुल 167 देशों का स्टडी किया. इसमें बताया गयी है कि भारत में न सिर्फ अल्पसंख्यकों को संरक्षण प्राप्त है बल्कि उनकी आबादी में भी इजाफा हो रहा है.
पड़ोसी देशों में तेजी से बढ़ रही है मुस्लिम आबादी.
एक तरफ जहां भारत में हिन्दुओं की संख्या घट रही है वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान औऱ बांग्लादेश में मुस्लिम की आबादी बढ़ रही है. बांग्लादेश में मुसेलिमों की आबादी 18.5 फीसदी तक बढ़ गई है वहीं पाकिस्तान में ये इजाफा 3.75 फीसदी तक का है. वहीं अफगानिस्तान में 0.29 प्रसेंट का इजाफा हुआ है. भुट्टान में बहुसंख्यक आबादी बोद्धों की हिस्सेदारी 65 सालों में 17.6 फीसदी बढ़ी है, वहीं श्रीलंका में भी 5.25 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है.