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रांची/डेस्कः भारत में ट्रेनों के समय में देरी होने का मामला कोई नई बात नहीं है. कई बार तकनीकि खामियों की वजह से तो, कई बार खराब मौसम के कारण ट्रेन घंटों तक किसी जगह पर खड़ी हो जाती है जिसके कारण ट्रेन का इंतजार कर रहे रेल यात्रियों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कुछ ऐसा ही खबर आगरा रेल मंडल के एक छोटे से स्टेशन से सामने आई है जहां एक ट्रेन करीब आधे घंटे तक स्टेशन पर सिर्फ इसलिए खड़ी रही क्योंकि स्टेशन मास्टर को नींद आ गई थी और वहां यानी स्टेशन पर ट्रेन को हरी झंडी दिखाने वाला कोई भी नहीं था.
नींद से जगाने के लिए लोको पायलट बजाता रहा हॉर्न बजाता
यह पूरा मामला उत्तर प्रदेश में इटावा के पास उदी मोड़ रेलवे स्टेशन का है जहां स्टेशन मास्टर द्वारा हरी झंडी नहीं दिखाए जाने पर ट्रेन करीब आधे घंटे तक स्टेशन पर ही खड़ी रही. हालांकि स्टेशन पर स्टेशन मास्टर मौजूद था लेकिन वह गहरी नींद में सपने बुन रहा था. लोको पायलट ने करीब आधे घंटे तक उन्हें जगाने के लिए हॉर्न बजाया लेकिन नींद इतनी गहरी थी कि उनकी आंखे नहीं खुली. यह स्टेशन आगरा मंडल के अंतर्गत आता है. वहीं इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आगरा रेलवे मंडल ने स्टेशन मास्टर से इस लापरवाही का कारण बताने को कहा. साथ ही कहा कि इस कारण कोई अप्रिय घटना भी घट सकती थी.
स्टेशन मास्टर ने स्वीकार की गलती, मांगी माफी
मामले में जानकारी देते हुए पीआरओ (आगरा रेलवे मंडल की जनसंपर्क अधिकारी) प्रशस्ति श्रीवास्तव ने कहा कि ‘स्टेशन मास्टर को हमने आरोप पत्र जारी किया है और इस लापरवाही के खिलाफ उनपर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है.’ सूत्रों के मिली जानकारी के अनुसार, ट्रेन के लोको पायलट ने स्टेशन मास्टर को नींद से उठाने के लिए कई बार हॉर्न बजाया ताकि वह उठकर ट्रेन को उस स्टेशन से गुजरने के लिए हरी झंडी दिखा दें. वहीं एक सूत्र के मुताबिक, ‘स्टेशन मास्टर ने अपनी गलती स्वीकार ली है और अपनी इस गलती के लिए माफी मांगी है.’ उन्होंने कहा मामले में बताया कि रेलवे स्टेशन पर वह अकेला था, क्योंकि उनके साथ ड्यूटी पर तैनात ‘प्वाइंट्स मैन’ पटरी के निरीक्षण के लिए चला गया था.