अमित दत्ता/न्यूज11 भारत
बुंडू/डेस्क:रांची जिला के बुंडू प्रखंड अंतर्गत आराडीह गांव में ग्रामीण वृहत समस्याओं से जूझ रहे हैं ग्रामीण के पास ना तो रहने के लिए पक्के मकान है और ना ही चलने के लिए पक्की सड़क.
ग्रामीण मिट्टी के कच्चे घरों में रहने के लिए मजबूर हैं ग्रामीणों का कहना है कि 310 घरों में से मात्र एक परिवार को अबुआ आवास पारित हुआ है इसके अलावे कोई आवास उपलब्ध नहीं हो पाया है.
स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने आज तक इस गांव के प्रति संज्ञान लेना उचित नहीं समझा है लोगों को सरकारी राशन लाने के लिए सात किलोमीटर की दूरी तय कर जाना पड़ता है. पेयजल की व्यवस्था को लेकर गांव में छोटे-बड़े 6 जलमिनर लगाए गए हैं लेकिन इन जल मीनारों को संवेदक द्वारा अधूरा छोड़ दिया गया है,इस वजह से उन्हें पानी की जुगाड़ के लिए परेशान होना पड़ता है.
एक जलमीनार में तो संवेदक द्वारा नल की फिटिंग ही नहीं किया है अधूरा छोड़ दिया है टंकी के ऊपर ढक्कन भी नहीं लगाया है. ग्रामीण नट वोल्ट कसने वाला रेंच को साथ में लाकर पाइप को खोलते हैं और पानी लेते हैं इसके अलावा प्रत्येक घरों में नल लगाया गया है लेकिन नल में पानी नहीं पहुंचती है, आधा अधूरा कार्य कर छोड़ दिया गया है.
ग्राम प्रधान की माने तो उन्होंने इस संदर्भ में विभाग तथा मुखिया को कई बार सूचना दी है पीएचडी विभाग को कई दफा कहा गया है लेकिन संवेदक को कोई निर्देश नहीं दिया गया है अब परेशानी ग्रामीणों को झेलना पड़ रहा है.