मुजतबा हैदर रिजवी/न्यूज11 भारत
जमशेदपुर/डेस्क: टाटा स्टील की तरफ से विश्व इस्पात सुरक्षा एवं स्वास्थ्य दिवस को सुरक्षा संबंधी कार्रवाई, सहभागिता और संचार दिवस के रूप में मनाया गया. सभी के लिए सुरक्षित कार्य वातावरण बनाने पर जोर देने के लिए, टाटा स्टील ने शॉपफ्लोर पर मीटिंग, सोशल मीडिया संचार और अपने कर्मचारियों के लिए सुरक्षा जागरूकता सत्र आयोजित करके जीवन रक्षक नियमों के प्रति जागरूकता और अनुपालन को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रम हुए. जीवन रक्षक नियमों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होने की वजह से टाटा स्टील ने "सड़क सुरक्षा में उत्कृष्टता" थीम पर एक वेबिनार किया. वेबिनार सत्र में टाटा स्टील के कर्मचारियों ने ऑनलाइन हिस्सा लिया. नीरज कुमार सिन्हा, चीफ सेफ्टी, टाटा स्टील ने अपने स्वागत भाषण के दौरान बताया कि कैसे टाटा स्टील सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दे रही है. उन्होंने यह भी बताया कि कैसे टाटा स्टील ने विभिन्न जीवन रक्षक नियम बनाए है और उन्हें अपनी परिचालन इकाइयों में लागू किया है.
रामा शंकर पांडे, भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तहत सामाजिक रक्षा फेलो, भारत के पूर्व सीईओ और टाटा ग्रीन बैटरीज (टीजीवाई) के पूर्व सीईओ, हेला इंडिया लाइटिंग लिमिटेड (एचआईएल) के पूर्व एमडी, जिन्हें सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में अग्रणी माना जाता है, ने मुख्य व्याख्यान दिया. उन्होंने सड़क सुरक्षा के बारे में बात करते हुए 4 ‘ई’, शिक्षा, इंजीनियरिंग, प्रवर्तन और आपातकालीन नियंत्रण के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने सड़क सुरक्षा के संबंध में भारत सरकार की विभिन्न पहलों और डिजिटल पहलों के बारे में श्रोताओं को जानकारी दी.
उन्होंने उपस्थित लोगों के सवालों के जवाब भी दिए. टाटा स्टील के सेफ्टी, हेल्थ एंड सस्टेनेबिलिटी के वाइस प्रेसिडेंट राजीव मंगल ने इस बात पर विचार साझा किया कि कैसे सुरक्षा संस्कृति का निर्माण समाज की जोखिम उठाने की मानसिकता में वांछित बदलाव ला सकता है. टाटा स्टील अपने कर्मचारियों और बड़े पैमाने पर समुदाय के बीच सुरक्षा की आदतें विकसित करने में उत्प्रेरक की भूमिका निभा रही है.