रांची : रिम्स के अधिकारी और डॉक्टरों बीच घमासान. शिक्षा के मंदिर में ही धरती के भगवान झलकते है जाम. 2 जनवरी के न्यू ईयर दारू पार्टी का वीडियो 12 दिनों बाद आया सामने आया. डॉक्टर ही डॉक्टरों की छवि कर रहे धूमिल. ऐसे में कैसे होगा मरीजों का कल्याण...
ये तो किसी से नहीं छिपा कि ज्यादतर डॉक्टर शराब का नशा करते हैं. भले ही वह मरीजों को शराब नहीं पीने की सलाह देते हों... खैर शराब पीना किसी भी व्यक्ति का अपना व्यक्तिगत मामला है. मगर शराब पार्टी खबरों की सुर्खियां तब बन जाती है जब शिक्षा के मंदिर में खुद धरती के भगवान ही जाम से जाम टकराने लगते हैं. क्योंकि रिम्स राज्य का सबसे बड़ा अस्पताल होने के साथ-साथ एक मेडिकल शिक्षण संस्थान भी है, जहां हर साल सैकड़ों विद्यार्थी मेडिकल की पढ़ाई कर डॉक्टर बनकर निकलते हैं. ऐसे टीचरों के द्वारा दिये गए किस शिक्षा को विद्यार्थी ग्रहण करेंगे ये सोचने वाली बात है.
वहीं डॉक्टरों के द्वारा ही डॉक्टरों को बदनाम करने के लिए बनाई गई यह वीडियो भी किसी डॉक्टर ने ही वायरल कर मीडिया वालों को भेजा है. दरअसल इन दिनों रिम्स में डॉक्टर और पदाधिकारियों के बीच खींचातानी इसलिए चल रही है क्योंकि स्वास्थ्य विभाग और रिम्स प्रबंधन ने कई बड़े डॉक्टरों पर निजी प्रैक्टिस का सबूत पाया है. शायद इसलिए सीनियर डॉक्टर और रिम्स प्रबंधन के बीच डर्टी राजनीति कर इस तरह की खबरें आ रही हैं.
बरहाल रिम्स निदेशक ने पार्टी में शराब नहीं होने की बात कही है. मगर कहीं ना कहीं डॉक्टर और अधिकारियों के बीच हो रहे संग्राम में मरीजों को ही परेशानी का सामना करना पड़ेगा. वहीं डॉक्टरों के इन करतूत से रिम्स का नाम भी बदनाम हो रहा है.